आपसी प्रेम और विश्वास के संबंधो को, क्या ,हम सचमुच निभा रहे हैं ? आपसी प्रेम और विश्वास के संबंधो को, क्या ,हम सचमुच निभा रहे हैं ?
दूर किसी पेड़ पर अकेले बैठे पंछी को देखकर तुम्हारी याद आ जाती है। दूर किसी पेड़ पर अकेले बैठे पंछी को देखकर तुम्हारी याद आ जाती है।
जज़्बातों से ज्यादा कभी खुद को अहमियत दे के देखा है क्या कभी इस तरह भी ज़िन्दगी को जिया है तुमने जज़्बातों से ज्यादा कभी खुद को अहमियत दे के देखा है क्या कभी इस तरह भी ज़िन्दगी क...
प्रेम की वर्षा आओ हम दोनों भी भिगो दें उसे अपने प्रेम की वर्षा से। प्रेम की वर्षा आओ हम दोनों भी भिगो दें उसे अपने प्रेम की वर्षा से।
नज़र उस शख्स की, मुझ पर हमेशा से ही थी, नज़र उस शख्स की, मुझ पर हमेशा से ही थी,
द्वंद हो रहा है और युद्ध चल रहा है सपन जाग उठा यथार्थ सो रहा है। द्वंद हो रहा है और युद्ध चल रहा है सपन जाग उठा यथार्थ सो रहा है।